लखनऊ के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज केजीएमयू के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में अग्नाशय में स्यूडोसिस्ट का इलाज पहली बार ईयूएस(इंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड) विधि से किया गया. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में सहायक आचार्य डॉ. अनिल गंगवार ने बताया कि पैंक्रियाटाइटिस घातक और जटिल बीमारी होती है. यह पित्त की थैली में पथरी और शराब के सेवन से होती है.
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